मिसरी बनकर वही घुली है खारी सी तकरारों में, भरती अपनेपन की मिट्टी उभरी हुई दरारों में । मिसरी बनकर वही घुली है खारी सी तकरारों में, भरती अपनेपन की मिट्टी उभरी हुई दर...
सरिता सम चल, कल कल अविरल निश्चित, ऊर्जित अंतर्मन सरिता सम चल, कल कल अविरल निश्चित, ऊर्जित अंतर्मन
बे मौसम बरसात बहुत है। कर्जे की सौगात बहुत है। बे मौसम बरसात बहुत है। कर्जे की सौगात बहुत है।
हिंदी की सुगंध बड़ी निराली है, मीठी , स्नेहिल और मतवाली है। हिंदी की सुगंध बड़ी निराली है, मीठी , स्नेहिल और मतवाली है।
प्यार के राही है हम मिलके चलेंगे साथ मंजिल पाएंगे जब होगा हाथ मे हाथ। प्यार के राही है हम मिलके चलेंगे साथ मंजिल पाएंगे जब होगा हाथ मे हाथ।
कुहासा पड़ गया है रिश्तों पर, अब मुझे दोस्तों से बचने दो, जो मेरे वश में नहीं, उसकी फ़िक्र नहीं, जहाँ... कुहासा पड़ गया है रिश्तों पर, अब मुझे दोस्तों से बचने दो, जो मेरे वश में नहीं, उस...